एक कुंडली के बारह भाव जीवन के अलग-अलग चरणों में अलग-अलग महत्व रखते हैं। सभी 12 भावों का आपस में गहरा सम्बन्ध होता है, इसलिए किसी भी भाव को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता और आप केवल एक ही सबसे महत्वपूर्ण भाव के बारे में चिंतित नहीं रह सकते। ग्रह अभिनेताओं की तरह काम करते हैं, और कुंडली के भाव जीवन के विभिन्न चरण है, जहां ये ग्रह रुपी अभिनेता अपना-अपना रोल निभाने आते हैं। सभी ग्रहों व भावों का व्यक्ति के जीवन में समान रूप से महत्व है, लेकिन जीवन की विभिन्न अवस्थाओं में। इसीलिए किसी भी ग्रह या भाव को अधिक महत्वपूर्ण नहीं बताया जा सकता है। मैं एक दन्त चिकित्सक के साइन बोर्ड पर पढ़ा - आपको आपके 32 दांतों का ख़याल रखने की ज़रुरत नहीं है; केवल उन्हीं दांतों का ख्याल रखें जिनकी आपको ज़रुरत है। क्या आप अपना सबसे ज़्यादा काम आने वाला दांत चुन सकते हैं ? ठीक इसी तरह, क्या आप यह बता सकते हैं कि आपके शरीर का कौन सा भाग ज़्यादा महत्वपूर्ण है? जब आप ये दोनों ही बातें नहीं निर्धारित कर सकते तो आप ये कैसे बता सकते हैं कि कुंडली का कौन सा भाव आपके लिए सबसे अधिक ज़रूरी या महत्वपूर्ण है। या आपकी कुंडली का सबसे अधिक उपयोगी ग्रह या भाव कौन सा है? आपकी जन्म कुंडली के बारह भाव होते हैं जो ठीक उसी पल से आपको प्रभावित करने लगते हैं जब से आप जन्म लेते हैं। लेकिन हाँ, हर भाव की जीवन के विभिन्न पड़ावों पर भिन्न-भिन्न भूमिका और महत्व है। तो इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि कुंडली का कौन सा भाव अधिक महत्वपूर्ण है? सभी 12 भाव महत्वपूर्ण है लेकिन अलग-अलग अवस्थाओं पर। सभी 12 भावों का आपस में गहरा सम्बन्ध होता है इसलिए किसी भी भाव को अनदेखा नहीं किया जा सकता और आप केवल एक ही सबसे महत्वपूर्ण भाव को लेकर चिंतित नहीं रह सकते । मैं आपको एक उदाहरण देता हूँ- आपका 7 वां भाव ( आपके विवाह व जीवन साथी ) सीधे तौर पर आपके 10 वे यानि करियर के भाव को प्रभावित करता है। यदि आप अपने 7 वे भाव का ध्यान नहीं रखते तो यह कहीं न कहीं आपके 10 वे भाव को खराब करता है। एक व्यक्ति जो अपने करियर को लेकर अत्यंत सजग है अपने सातवें भाव की अनदेखी कर सकता है जो बिलकुल भी ठीक नहीं है। वैवाहिक जीवन में किसी भी प्रकार का अवरोध, मनमुटाव या परेशानी आपके करियर को प्रभावित करता है। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि ये 12 भाव एक पुरुष और महिला की कुंडली में अलग-अलग प्रकार से प्रभाव डालते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक पुरुष व महिला के जीवन में प्राथमिकताएं, जीवन शैली व ज़िम्मेदारियाँ अलग-अलग होती हैं। एक पुरुष की कुंडली में महिला की तुलना में 10 वां करियर का भाव अधिक महत्वपूर्ण हो सकता है। हालांकि, समय के साथ अब महिलाओं का भी 10 भाव महत्वपूर्ण हो चुका है। अतः सभी भावों को, उम्र के पड़ाव व प्राथमिकताओं के हिसाब से संतुलित करने की ज़रुरत होती है। हर भाव ज़रूरी है। ज्योतिष में कुंडली के विभिन्न भावों का महत्व आइयें समझते हैं कि कुंडली के 12 भाव क्या हैं और इन विभिन्न भावों का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है - · पहले भाव से शुरू करते हैं, यह भाव आप स्वयं हो,सकपका लग्न। कुंडली में पहला भाव आपका बचपन, आपका व्यक्तित्व, सोच, व्यवहार, आत्म-जागरूकता, पहल करने की क्षमता और आप अपने आसपास की दुनिया को दर्शाता है। इसी से आपके जन्म का उद्देश्य पता चलता है और यह अनुमान लगाया जा सकता है कि आप जीवन के विभिन्न पहलुओं का किस प्रकार सामना करेंगें। यह सभी भावों में प्रमुख भाव है, या यूं कहें की किसी किताब की विषय सूची के समान है। एक बलशाली लगन व्यक्ति को जीवन की हर समस्या का सामना बहादुरी और आत्म-विश्वास से करने की शक्ति देता है। अधिक शुभ ग्रह मतलब अधिक शक्तिशाली व्यक्तित्व। एक कमज़ोर या अशुभ ग्रहों से घिरा लग्न व्यक्ति के जीवन में अनिश्चितता व संघर्ष देता है। पहले भाव का महत्व आपके जन्म से ही प्रारम्भ हो जाता है और आपकी अंतिम सांस तक चलता है। ऐसा कहा जा सकता है कि पहला भाव हमारे सम्पूर्ण जीवन का ब्लूप्रिंट है। · दूसरा भाव आपके धन, बैंक सेविंग्स, आत्म-विकास की भावना और खुद को व्यक्त करने की क्षमता का प्रतीक है। दूसरा भाव दर्शाता है कि आप अपने व्यक्तित्व को कितने प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में सक्षम होते हैं। यदि पहला भाव आप स्वयं हो तो दूसरा भाव दर्शाता है कि आप अपने आप को कितनी प्रभावी ढंग से व्यक्त कर सकते हैं। तो एक कमजोर दूसरा भाव आपके पहले भाव को भी धूमिल कर सकता है। · तीसरा भाव प्रारंभिक शिक्षा, भाई-बहन, बुद्धि और व्यक्ति की आदतों को दर्शाता है। तीसरा भाव सही शिक्षा के चयन की क्षमता देकर आपके करियर (10 वां भाव) की मज़बूत नींव रख देता है। · कुंडली का चौथा भाव व्यक्ति के पारिवारिक सुख, माता, भवन व वाहन का होता है। यह व्यक्ति के भावनात्मक जुड़ाव को दर्शाता है। यही भाव आपके अपने माता-पिता से संबंधों को भी दर्शाता है। चौथा भाव आपके उन कर्मों को भी दिखाता है जो पूर्व जन्म में अधूरे रह गए थे। तो इसलिए हम चौथे भाव को अनदेखा नहीं कर सकते जो हमें हमारे अधूरे कर्मों के बारे में बता कर, उन्हें कैसे अपने सतत प्रयासों से ठीक करें, का रास्ता सुझाता है। · कुंडली का पांचवां भाव संतान को दर्शाता है ; आप जीवन में किस प्रकार आनंद उठाते है, आपकी रूचि, प्रेम सम्बन्ध, रचनात्मकता आदि का पता भी पांचवें भाव से चलता है। यह समझना आवश्यक है कि यद्यपि पांचवां भाव शादी का भाव नहीं है लेकिन एक कमज़ोर पांचवां भाव आपको अपने विवाहित जीवन में प्रेम व सामंजस्य नहीं बिठाने देता। एक पीड़ित पांचवां भाव आपको यौन संबंधों की अधिकता में लिप्त रख सकता है जो आपके सातवें भाव को खराब करता है। इसी तरह, पांचवां भाव, जोखिम लेने की क्षमता, सत्ता, लाटरी को भी दिखाता है जो सीधे आपके भाग्य (9 वां भाव ) और करियर (10 वां भाव ) को प्रभावित करता है। · ज्योतिष का एक और महत्वपूर्ण भाव है छठा भाव। यह भाव स्वास्थय, खाने की आदतें, शारीरिक श्रम और दैनिक-चर्या को दर्शाता है। इसी भाव से बीमारियों और उनसे बाहर निकलने की तरकीबों व संभावनाओं का पता चलता है। इसीलिए एक कमज़ोर छठा भाव आपके जीवन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को प्रभावित कर सकता है। · कुंडली का सातवां भाव विवाह व जीवन साथी को दर्शाता है और इसीलिए यह एक महत्वपूर्ण भाव है। पर क्या आप जानते ही यह कार्य स्थल, साझेदारी, व्यापार में संबंधों को भी दिखाता है। एक पीड़ित सातवां भाव, व्यक्ति के संबंधों से लाभ या हानि की स्थिति को दर्शाता है। · अब बात करते हैं आठवें भाव की, यह भाव दूसरे भाव के ठीक सामने है और पैतृक संपत्ति, पुनर्जन्म, वसीयत, हानि, त्याग, जीवन साथी का धन और मृत्यु को दर्शाता है। आठवां भाव बदलाव का है जहां कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है। कुछ मौकों पर, आठवें भाव के कारकत्व जैसे पैतृक संपत्ति, त्याग, हर्ज़ाना, जीवन साथी का धन आदि जीवन की प्राथमिकता बन जाती है। · आपकी कुंडली में नौवां भाव भी ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण भाव है। नौवां भाव आपके भाग्य, धर्म, विद्या, नैतिकता, दूरदृष्टि, उच्च शिक्षा, सपनें, अध्यात्म और ज्ञान को दर्शाता है। यदि आपका 9वां भाव आपके तीसरे भाव के साथ अनुकूलता में नहीं है तो आपका "भाग्य" कमज़ोर है। नवम भाव का सप्तम भाव से अच्छा संबंध आपके भाग्य पर सीधा असर डालता है। साथ ही, यदि नौवां भाव बहुत मजबूत है, तो ऐसा व्यक्ति पारिवारिक और वैवाहिक जीवन की अपेक्षा अध्यात्म में अधिक रूचि लेता है। · कुंडली में दसवां भाव, जो हम सभी जानते हैं कि यह हमारे करियर और पेशे का भाव है। यह सम्मान, समाज में प्रतिष्ठा और व्यक्ति के समुदाय के बारे में जानकारी देता है। · 11वां भाव बड़े समूह, मित्र, लाभ व आत्म-साक्षात्कार को दर्शाता है। इसमें हर प्रकार के लाभ शामिल है चाहे वे आध्यात्मिक हो या सांसारिक। एक अच्छा ग्यारहवां भाव हमें जीवन में सफल बनाता है। · अंत में, बारहवां भाव, हानि का भाव और मोक्ष का भी भाव, बीमारी, अस्पताल में भर्ती, बंधन, कारावास, शोक, विधवापन, दुख आदि का भाव है बारहवां भाव। अब, अगर किसी के पास सभी ग्यारह घर अच्छी स्थिति में हों, तो उसे अचानक दुःख, अस्पताल में भर्ती या खराब स्वास्थ्य क्यों मिलेगा? एक आम धारणा है कि 12वें भाव में जितने अधिक ग्रह हैं, उतने अधिक नुकसान हैं लेकिन आपको बता दें, दो सबसे प्रसिद्ध भारतीय बॉलीवुड सितारों के इस भाव में 3 से 4 से अधिक ग्रह हैं। विभिन्न ग्रहों के विभिन्न भावों व राशियों में परिणाम अधिकतर यह कहा जाता है कि यदि किसी भाव में अशुभ ग्रह जैसे कि शनि, मंगल, राहू और केतु हो तो वे उस भाव को बिगाड़ देते हैं। इसी तरह, मित्र ग्रह जैसे बुध, बृहस्पति और शुक्र किसी विशेष घर में बैठ कर हमेशा अनुकूल परिणाम ही देते हैं। यह सही नहीं है।एक शक्तिहीन ग्रह अशुभ होकर भी बहुत हानिकारक नहीं हो सकता। इसी तरह, एक शक्तिहीन अच्छा ग्रह, व्यक्ति को मनचाहे शुभ परिणाम नहीं देता। अंत में, विभिन्न ग्रहों के विभिन्न भावों व राशियों में परिणाम इस बात पर निर्भर करेंगें कि आप ग्रहों की कमज़ोरी या शक्ति का उपयोग किस प्रकार करते हैं। सभी के लिए परिणाम एक सा नहीं हो सकता है। इसलिए किसी को यह नहीं कहना चाहिए कि कुंडली में सबसे महत्वपूर्ण ज्योतिष भाव कौन सा है या कौन सा ग्रह किसी भाव में सबसे अच्छा या सबसे खराब है। आपका जीवन 12 भावों और 9 ग्रहों के इर्द-गिर्द घूमता है, और आपको यह समझने की जरूरत है कि जीवन के किस चरण पर कौन सा भाव अधिक महत्वपूर्ण है। एक सुव्यवस्थित 7वें और 10वें भाव के बिना आप अपने 9 वे भाव को अच्छा नहीं कह सकते। Read more: Kundli Milan Kaise Karen | Sahi Kundli Banaye | कर्मा एस्ट्रो ऐप यह ऐसा है जैसे जीवन के किसी चरण में, आपको पिता से अधिक माँ की आवश्यकता होती है, किसी अवस्था में आपको 10वें भाव से अधिक 7वें भाव की आवश्यकता महसूस होती है आदि। अधिक जानकारी के लिए, मेरी वेबसाइट vinaybajrangi.com पर पढ़ें या [email protected] पर मेल भेजें या मेरे कार्यालय को +91 9278555588/9278665588 पर संपर्क करें। Source: https://sites.google.com/view/kundlipredictions/blog/which-house-is-important-in-birth-chart
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March 2023
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